ऐसे मरीज जो एमडीआर टीबी
धनात्मक होते है ,ऐसे
मरीजों का उपचार डॉट्स प्लस (dots plus) पद्धति द्वारा 11 ,24 27 माह तक निरन्तर चलता रहता
है। ऐसे
मरीजों का उपचार शाकीय अस्पतालों में निशुल्क किया जाता है। एमडीआर टीबी मरीज का उपचार (treatment of MDR tb patient)निःशुल्क सरकारी अस्पतालों में मिलता है।
एमडीआर टीबी मरीज का उपचार :
Classification based on anatomical site of disease:
(a) New case : ऐसे मरीज जो एक महीने पहले या कभी भी टीबी की दवा नहीं ली हो नए मरीज (new case) होते है।
(b) Previously treated patients :
1. Recurrent TB case :
A TB patient previously
declared as
एमडीआर मरीज का ईलाज बहुत महॅगा होता है लेकिन भारत सरकार के RNTCP प्रोग्राम में निःशुल्क
कोर्स मरीज को दिया जाता है। जो सभी सरकारी अस्पतालों में मिलता है। एक स्वास्थ्य
कार्यकर्ता की देख रेख में डेली 7 - 10 गोली खाना पड़ता है ,मरीज को पहले 3 महीने तक Cananycine inj. रविवार को छोड़ कर रोज लगाया जाता है। अलग-अलग MDR मरीज को अलग अलग गोलिया दी
जाती है।
अलग-अलग एमडीआर मरीजों का अलग-अलग
बॉक्स बनाया जाता है और उनकी गोली भी अलग होती है। मेडिसिन के रेसिस्टेंट के अनुसार एमडीआर भी अलग -अलग होते है जो की निचे दिए है।
1. shorter
इन मरीजों का कोर्स 9 से 11 माह तक चलता है इसमें मरीज को ethambutal,pyarazinamide,moxifloxacin,clofazinamine,pyridoxine,isoniazid ethionamide गोली खाना पड़ती है इसमें 3 महीने बाद (end IP ) isoniazid और ethionamide tablets बंध क्र देते है।
2. INH mono /poly
इन मरीजों को Rifampicin,levofloxacin,ethambutal,pyrazinamide,और pyridoxine tablets खिलाई जाती है।
3. Conventional mdr
इन एमडीआर मरीजों को cycloserine,ethionamide,ethambutal,pyrazinamide,levofloxacin और pyridoxine tablets दी जाती है। और CP phase में pyrazinamide और canamycine injection बंध कर देते है।
वर्तमान
में एमडीआर मरीजों की संख्या कम है लेकिन दिनों दिन इनकी संख्या बढ़ रही है
क्योकि की लोगो में जागरूकता की कमी है परिवार में किसी व्यक्ति को एमडीआर टीबी
हो तो वह एमडीआर टीबी
ही फैलाएगा। प्रत्येक एमडीआर मरीज की गोली अलग होती है जैसे कोई मरीज Rifampicine से रजिस्टेंट होते है तो कोई Isonized से।
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बिगड़ी हुई टीबी, मगर बिगड़ी न बात जमकर ईलाज से दें इसको मात।
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