हेपेटाइटिस वायरस के कारण होने वाली एक बीमारी है ये वायरस A,B,C,D और E है हेपेटाइटिस के प्रति जागरूकता लाने के लिए हर साल 28 जुलाई को विश्व हेपेटाइटिस दिवस मनाया जाता है। साल 2019 की थीम है - "Invest in eliminating hepatitis" है। और 2030 तक हेपेटाइटिस के उन्मूलन का लक्ष्य रखा गया है। हेपेटाइटिस मुख्य रूप से लीवर को प्रभावित करते है और लीवर में सूजन आ जाता है ये एक संक्रामक बीमारी है न कि जनेटिक। हां हेपेटाइटिस क्रोनिक हो सकती है।
Types of hepatitis
हेपेटाइटिस वायरस के आधार पर ये 5 प्रकार के होते है जैसे -
- Hepatitis A &C - इस प्रकार के हेपेटाइटिस गंधा पानी पिने , गंधा भोजन खाने ,गन्दी सब्जियाँ और फल - फूल आदि का सेवन करने से होती है। ये नार्मल हेपेटाइटिस होती है और कुछ दिनों या सप्ताह में ठीक हो जाती है। इसमें बहुत अधिक मेडिसिन या ईलाज की जरुरत नहीं होती है।
- Hepatitis B&C&D - इस प्रकार के हेपेटाइटिस कई प्रकार के संक्रमण के कारण हो सकते है जैसे - असुरक्षित यौन से।, माँ से बच्चों में ,संक्रमित रक्त चढ़ाने से ,संक्रमित सुई से। ओरल सेक्स से और सेविंग या गुंदना गुदवाने से भी हेपेटाइटिस B,C या D हो सकती है।
Symptoms of hepatitis
हेपेटाइटिस के लक्षण काफी दिनों बाद दिखाई देते है इसके लक्षण सामान्य होते है जैसे -
- दिन में 3 से 4 बार उल्टियां होना।
- पानी ठीक से नहीं पीना।
- पिशाब का कम हो जाना।
- पीलिया हो जाना पेट दर्द होना और पीला मल आना।
- अचानक वजन कम होना और भूख न लगना। आदि सामान्य लक्षण हो सकते है।
Test of hepatitis
डॉक्टर सबसे पहले फिजिकल टेस्ट करते है जैसे आँखो का कलर ,नेल कलर ,पेट का सूजन आदि देखते है। इसके आलावा जैसे -
- रेपिड टेस्ट - आजकल सभी स्वास्थ्य केंद्रों पर यह टेस्ट उपलब्ध है जहां पर मरीज निःशुल्क जांच करवा सकते है।
- लिवर फंशन टेस्ट -इस टेस्ट में बिलीरुबिन काफी अहम होता है हेपेटाइटिस में इसकी मात्रा बाद जाती है। अगर लीवर फंशन टेस्ट नार्मल नहीं आता है तो और भी टेस्ट किया जा सकता है। जैसे -
- एंटीजन /एंटीबाडी टेस्ट -इस टेस्ट में हेपेटाइटिस के एंजायम जो की लिवर में होते है उनका टेस्ट किया जाता है।
Treatment of hepatitis
हेपेटाइटिस A और E ज्यादा खतरनाक नहीं होते है। इस हेपेटाइटिस में मरीज अगर आराम करते है अच्छा खाना खाता है और हेपेटाइटिस का टीका लगाने से मरीज पूरी तरह से ठीक हो जाता है। हेपेटाइटिस B का ईलाज भी संभव है लेकिन हेपेटाइटिस D और E comletely cured नहीं होता है। हेपेटाइटिस A और B का टीका gov. अस्पतालों में उपलब्ध है। हेपेटाइटिस A में 2 और हेपेटाइटिस B में 3 टीके लगाए जाते है। गर्भवती महिला को जरूर इसकी जांच करवाना चाहिए अगर उन्हें हेपेटाइटिस हो तो उनकी Delivery हॉस्पिटल में ही होना चाहिए। और बच्चे के जन्म के बाद 12 घंटे के अंदर immunoglobulin दे दिया जाता है और वेक्सिनेशन भी उसी समय क्र दिया जाए तो बच्चे को 100 % हेपेटाइटिस B से बचाया जा सकता है।
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