फेफड़ो में पानी भर जाने से भी टीबी हो जाती है जिसे pleurisy भी कहते है ये टीबी एक्स्ट्रा पल्मोनरी टीबी होती है अधिकतर मरीजों के फेफड़ों में कई कारणों से पानी चला जाता है जिससे मरीज को छाती और पीट में दर्द होता है।सांस फूलने लगाती है इसमें मरीज के फेफड़ो से पानी का कुछ सेम्पल लिया जाता है ये कार्य एक फिजिशियन ही कर सकता है। इस सेम्पल का ADA test (adenosine deaminase ) किया जाता है।
फेफड़ों में पानी भर जाना भी टीबी होती है :
ADA एक एंजाइम है इसमें lymphosite का activation हो जाता है जब ADA की मात्रा बड़ जाती है तो टीबी हो जाती है इसके आलावा भी अनेक टेस्ट होते है जैसे - physical objervation , rediological, smear और cultur . Pleurisy के आलावा अनेक बीमारी जैसे - लिंफोमा ,leupas ,सरकाडोरिस में भी ADA टेस्ट किया जाता है।
फेफड़ों में पानी भरने के कारण :
- कई बार फंगल संक्रमण के कारण फेफड़ो में पानी भर जाता है।
- चोट लगाने के कारण भी फेफड़ो में पानी भर जाता है।
- कैंसर या दिल की बीमारी के कारण भी फेफड़ो में पानी चला जाता है।
- कई बार किडनी की बीमारी के कारन भी लोगों के फेफड़ों में पानी भर जाता है।
pleurisy disease के लक्षण :
- मरीज को सीने में तेज दर्द होता है।
- सांस लेने में परेशानी आती है।
- मरीज को बार-बार खांसी आती रहती है।
- मरीज को थोड़ा भी चलने फिरने में सांस भरने लगता है।
- मरीज को बुखार बना रहता है।
- मरीज को भुख भी कम लगाती हैं।
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