वर्ल्ड हस्त प्रक्षालन दिवस या Global Handwashing Day प्रतिवर्ष 15 अक्टूबर को मनाया जाता है।कोरोना महामारी में सोशल डिस्टेंस और अच्छी हैबिट्स के साथ-साथ साबुन और हैंडवाश से हाथ धोना लोगो की आदत बन गई है। जिससे कीटाणु और वायरस के संक्रमण से बच सकते है।दुनियाभर में सबसे पहले 2008 में 70 देशों ने इस दिवस को मनाने का समर्थन किया जिसमे सचिन तेंदुलकर ने लगभग 100 मिलियन बच्चो के साथ हाथ धुलाई कार्यक्रम में भाग लिया था। तभी से राष्ट्रीय सरकारों और अन्तर्राष्ट्रीय सस्थानों ,स्कूल और कंपनियों में ग्लोबल हैंडवॉशिंग डे मनाया जाता है। 2020 में वर्ल्ड हैंडवॉशिंग डे ' हैंड हाइजीन फॉर आल ' Theme पर मनाया जा रहा है। कोविद-19 के कारण लोगो में हाथ धोने की एक आदत सी बन जाना चाहिए। सबसे ज्यादा हाथों के माध्यम से कीटाणु हमें बीमार करते है इसलिए हाथों को बार-बार धोना चाहिए।
हाथों को कब धोना जरुरी होता है
- अपने हाथों को टॉयलेट यूज़ करने के बाद जरूर धोना चाहिए।
- खाना खाने के पहले अपने हाथो को साबुन या हैंडवाश से कम से कम सेकंड तक अवश्य धोएं।
- किसी काम को करने या किसी चीज को पकड़ने के बाद आपको लगे की आपके हाथ संक्रमित हो गए है तो जरूर हाथ धो ले।
- खासी आने या छींक आने के बाद जरूर अपने दोनों हाथ साबुन से धोएं।
हाथ धोने के बहुत फायदे है
- हाथ धोने से डायरिया जैसी बिम्सरियों को 30 से 50 % तक रोक सकते है।
- हाथ धोने से साँस द्वारा होने वाले संक्रमण को 25 % तक कम कर सकते है।
- हाथ धोने से हैजा ,इबोला ,सार्स और हेपेटाइटिस ई के संक्रमण को कम कर सकते है।
- कोरोना वायरस से बचने के लिए सोशल डिस्टेंस के साथ हाथ लगातार धोते रहने से इसे रोका जा सकता है।
कोविद-19 के संक्रमण को रोकने के लिए और ग्लोबल हैंडवाश डे को बढ़ावा देने के लिए हमें सोशल मीडिया के द्वारा के माध्यम से लोगों में जागरूपता फैलाने वाले संदेश देना चाहिए। में अपने पाठकों को संदेश देना देता हूँ कि इस पोस्ट को शेयर कर अपनी भूमिका निभाए।
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