डायरेक्ट फण्ड ट्रांसफर (DBT) योजना भारत सरकार की एक web based स्कीम है जिसमें beneficiary के खाते में direct epayment के माध्यम से पैसे जमा होते है इससे transparency और accountability बढ़ जाती है ऐसी ही योजना RNTCP के द्वारा संचालित की जा रही है जिसे nikshay poshan yojana या TB patient nutrition कहते है। इस योजना में टीबी मरीजों को 500 रुपये प्रतिमाह दिया जा रहा है।
Nikshay poshan yojana:
यह योजना भारत के प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी द्वारा चलाई जा रही है जिसमे टीबी के मरीजों को उनके न्यूट्रिशन(diet for tb patient) के लिए हर महीने 500 Rs. दिया जाता है ताकि मरीज पोस्टिक आहार खरीद कर खा सके जिससे उनका वजन बड़े और वे जल्दी टीबी की बीमारी से मुक्त हो सके।इसके साथ ही Tribal 750 रुपए दिए जाते है।इस से मरीज की आय से कोई संबंध नहीं होगा यह केवल सामाजिक सहायता दी जाएगी प्रधानमंत्री जी ने टीबी को 2025 तक भारत से मुक्त करने का निर्णय लिया है।
ईलाज का प्रकार
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प्रथम किश्त
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द्वित्तीय किश्त
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तृतीय किश्त
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आगामी किश्त
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CAT 1
(नया मरीज )
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1000 Rs.नोटिफिकेशन होने व इलाज शुरू होने पर
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1000 Rs. 2 माह का ईलाज पूर्ण होने व फॉलोअप जाँच होने पर
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1000 Rs. ईलाज पूर्ण होने व फॉलोअप जाँच होने पर
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0 |
CAT 2
(पूर्व उपचारित मरीज )
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1000 Rs.नोटिफिकेशन होने व इलाज शुरू होने पर
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1000 Rs. 3 माह का ईलाज पूर्ण होने व फॉलोअप जाँच होने पर
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1000 Rs. 5 माह का इलाज पूर्ण होने पर
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1000 Rs. ईलाज पूर्ण होने व फॉलोअप जाँच होने पर
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MDR
(गंभीर प्रकार की टीबी )
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1000 Rs.नोटिफिकेशन होने व इलाज शुरू होने पर
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1000 Rs. 2 माह का ईलाज पूर्ण होने व फॉलोअप जाँच होने पर
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1000 Rs.4 माह का ईलाज पूर्ण होने व फॉलोअप जाँच होने पर
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1000 Rs. प्रति 2 माह बाद ईलाज चलने तक
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DBT का लाभ मरीज कैसे ले सकते है।
इस योजना का लाभ लेने के लिए टीबी मरीज जहां से भी अपना ईलाज ले रहे है। वहा पर अपना नाम,पता,मोबाईल नंबर,आधार नंबर,खाता नंबर,देना होगा। मरीज के खाता नंबर नहीं हो तो उनके माता पिता,भाई-बहन या दादा-दादी का दे सकते है। मरीज को दो महीने के बाद और 6 महीने के बाद फ़ॉलोअप करवाना पड़ेगा। और साथ में नियमित गोली खाना पड़ेगा।
टीबी मरीजों के बैंक खाते में पैसे ट्रांसफर :
टीबी मरीज का रजिस्ट्रेशन निक्षय सॉफ्टवेयर varsion 2.0 में जिस दिनांक से रजिस्ट्रेशन होगा उस दिनांक से beneficiary के खाते में हर महीने की 28 तारीख को PFMS (public fund managment system) के माध्यम से आटोमेटिक 500 रुपये generate हो जायेगा। मरीज के खाते में एक महीना एडवांस 500 रुपये मिलाकर 1000 रुपये ( incetive number 1 )जमा होंगे। उसके बाद प्रत्येक महीने 500 रुपये generate होंगे जब तक मरीज का इलाज चलेगा (6 month )
मरीज का ट्रीटमेंट स्टार्ट होने के बाद निक्षय सॉफ्टवेयर में TU लेवल के स्टाफ sts /stls /lt /tbhv meker pending मरीजों को Send to approver select कर district TB officer को भेजेंगे और टीबी ऑफिसर approved कर pfms को procesing के लिए भेज देते है टीबी ऑफिसर इन्हे Remove भी कर सकते है pfms इसे या तो validated कर beneficiary (हितग्राही )के खाते में amount ट्रांसफर कर देते है या rejected कर देते है। TB officer द्वारा remove और pfms द्वारा rejected patients फीर से tu लेवल पर maker pending में चले जाते जिसे tu लेवल के स्टाफ गलती को सुधार सके।
Meaning of beneficiary status:
1.Empty: इससे यह मतलब होता है की की टीबी मरीज का बैंक details अभी निक्षय सॉफ्टवेयर में नहीं डाला गया है।
2. Entered: इससे यह मतलब होता है की बैंक डिटेल्स nikshay software में तो डल गए है पर अभी ये PFMS में जाने के लिए pending है।
3. Sent to pfms : इससे यह पता चलता है की मरीज का बैंक डिटेल्स PFMS सॉफ्टवेयर में validation के लिए पहुंच चूका है। और waiting में है।
4.(a) Validated: इसका यह मतलब होता है की बैंक डिटेल्स PFMS द्वारा valid हो गया है।
(b) Rejected: इससे यह मतलब होता है की मरीज का बैंक डिटेल्स pfms के द्वारा रिजेक्ट कर दिया गया है और रिजेक्ट होने का कारण जानने के लिए pfms इसे वापस maker pending में पंहुचा देते है।
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