मलेरिया एक संक्रामक बीमारी है जो संघ प्रोटोजोआ का एक शुक्ष्म जीव ( प्लाज्मोडियम ) है जो मनुष्य में मच्छर की सहायता से मलेरिया रोग उत्पन्न करता है। हर साल 25 अप्रैल को विश्व मलेरिया दिवस एक थीम के साथ मनाया जाता है।
1. 2018 की थीम - "मलेरिया को हराने के लिए रहे तैयार "
2. 2019 की थीम - " जीरो मलेरिया स्टार्ट विथ मी " ( स्वयं को मलेरिया से मुक्त रखने की शुरुआत )
विश्व मलेरिया दिवस मनाने की शुरुआत 25 अप्रैल 2008 में UNICEF द्वारा की गई थी जिसका उद्देश्य इस खतरनाक रोग से लोगों को जागरूक करना है। इसी प्रकार world mosquito day 20 अगस्त को मनाया जाता है क्योकि इसी दिन वैज्ञानिक रोनाल्ड रास ने वर्ष 1896 में बताया था की मच्छर के काटने से मलेरिया ,डेंगू ,येलो फीवर ,चिकनगोनिया और जीका वायरस जैसी गंभीर बीमारियां होती है।
मलेरिया प्लाज्मोडियम की चार जातियां होती है।
- प्लाज्मोडियम वाइवेक्स (plasmodium Vivax)
- प्लाज्मोडियम फेल्सिफेरम (Plasmodium Falciparum)
- प्लाज्मोडियम ओवेल (plasmodium Ovals )
- प्लाज्मोडियम मलेरी ( plasmodium malariae )
प्लाज्मोडियम वाइवेक्स द्विपोषदीय होता है अर्थात अपना जीवन चक्र दो पोषको में पूरा करता है प्लाज्मोडियम का प्राइमरी होस्ट मनुष्य होता है जिसे मुख्य पोषक कहते है दूसरा पोषक मादा एनाफिलीज मच्छर होता है। एनाफिलीज मच्छर जब व्यक्ति को काटता है तो मच्छर की लार में मौजूद sporozoites ब्लड के द्वारा यकृत में चले जाते है जहा पर Criptozoites बनते है जिससे लाल रक्त कणिकाएं टूटने लगती है जिसके कारण मनुष्य को बुखार आता है Criptozoites से mesozoites बनते है और अंत में युग्मक जनन और gameticytes बनते है।
फिर से जब मच्छर व्यक्ति को काटता है तो ये gametocytes नर युग्मक और मादा युग्मक निषेचन कर असिस्ट और बीजाणुओं का निर्माण करते है बीजाणु परिपक्व होकर फिर से स्पोरोजोइट्स का निर्माण कर लेते है जो मच्छर की लार से मनुष्य के शरीर में पहुंचते है।
मलेरिया बुखार के लक्षण
मलेरिया के लक्षण मच्छर के काटने के 10-12 दिनों में दिखाई देने लगते है मलेरिया की प्रजाति और उसके संक्रमण की तीव्रता के आधार पर लक्षण अलग-अलग हो सकते है जैसे -
- अचानक कपकपी दे कर बुखार आता है।
- और पसीना आकर बुखार कम हो जाता है। हाथ पैर और साँस लेने में परेशानी आने लगाती है
- आंख के पीछे, कमर ,और मांशपेशियों में दर्द होता है।
- मिचली और उल्टी होने जैसा महसूस होना।
- शरीर पर लाल गुलाबी चकत्ते पड़ जाते है
- आंखे लाल होकर दर्द करती है।भुख न लगना, मुँह का स्वाद खराब होना और पेट ख़राब हो जाता है।
- तेज बुखार लगभग 104 से 105 F. जो की 2 से 7 दिनों तक चढ़ता-उतरता रहता है।
Questions
- प्लाज्मोडियम किसे कहते है ?
- प्लाज्मोडियम के स्पोरोजोइट्स लीवर ( यकृत ) पर ही आक्रमण ( attack ) क्यों करते है ?
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